इस blog के माध्यम से मेरी लिखी हुई कुछ हिंदी और मराठी गजलें एवं कविताएँ "अनामिका" इस तखल्लूस के साथ दुनिया के सामने लाने की एक कोशिश... - Shraddha R. Chandangir, Nagpur
Monday 4 January 2016
माँ
माना थक कर आँखे उसकी बंद होती हैं
पर माँ सोती भी हैं, तो फिक्रमंद होती हैं।
~ अनामिका