इस blog के माध्यम से मेरी लिखी हुई कुछ हिंदी और मराठी गजलें एवं कविताएँ "अनामिका" इस तखल्लूस के साथ दुनिया के सामने लाने की एक कोशिश... - Shraddha R. Chandangir, Nagpur
Monday 5 October 2015
खोखली सोच...
खोखली सोच छीन लेती हैं बैगुनाह घरों की मिठास
बेवजह जायका सेवैयों का फिका नहीं होता।