इस blog के माध्यम से मेरी लिखी हुई कुछ हिंदी और मराठी गजलें एवं कविताएँ "अनामिका" इस तखल्लूस के साथ दुनिया के सामने लाने की एक कोशिश... - Shraddha R. Chandangir, Nagpur
Tuesday 4 August 2015
लम्हे
जो गया जिंदगी से, उसका गम हैं पर गिला नहीं... जो लम्हे उसने दिए... मेरी हैसियत से बढ़कर दिए...
~ अनामिका