बातों में कुछ किस्से जब पुराने याद आते हैं
छिपते नहीं ये अश्क, बस बहाने याद आते हैं
हँसी हँसी में बदल जाते हैं चेहरे के तमाम रंग
और जेहन में कुछ गुजरे जमाने याद आते हैं।
~ अनामिका
छिपते नहीं ये अश्क, बस बहाने याद आते हैं
हँसी हँसी में बदल जाते हैं चेहरे के तमाम रंग
और जेहन में कुछ गुजरे जमाने याद आते हैं।
~ अनामिका