इस blog के माध्यम से मेरी लिखी हुई कुछ हिंदी और मराठी गजलें एवं कविताएँ "अनामिका" इस तखल्लूस के साथ दुनिया के सामने लाने की एक कोशिश... - Shraddha R. Chandangir, Nagpur
Monday 20 July 2015
बेरोजगार
वक्त की रफ्तार से भागते हुए दौलतमंद तो बहुत होता गया.... लेकिन बेरोजगार इतना रहा की किसी एक की मोहब्बत को भी पाल न सका...
~ अनामिका